सीएम शिवराज ने किया अपने जीवन के बड़े रहस्य का खुलासा

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने आज राजधानी में प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय (Prajapita Brahma Kumaris Ishwariya Vishwa Vidyalaya) के सुख शांति भवन के नवनिर्मित अनुभूति सभागार का लोकार्पण किया। इस अवसर पर सीएम ने कहा कि ‘प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय अद्भुत स्थान है। शांति तो मन के अंदर से आती है, जिसे बाहर का शोर भी प्रभावित नहीं कर सकता है। यहां आकर मन को अपार शांति की अनुभूति हुई है। मैं अगर जीवन में कुछ अच्छा कर पाया हूं तो उसमें सबसे बड़ा योगदान गीता जी (Geeta ji) का है।’ उन्होने कहा कि ‘मैं आज अगर अच्छा कुछ कर पाया हूं तो उसका सबसे बड़ा योगदान भागवद्गीता का है।’

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मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘महाभारत के युद्ध में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को सिखाया था कि तुम जिस मोह में पड़े हो, उसका कोई अर्थ नहीं है। भगवान श्री कृष्ण (Shri Krishna) ने अर्जुन को समझाया था कि जो अत्याचार और अन्याय करता है उसको मारना ही क्षत्रिय का धर्म है। इस दुनिया में कर्म किए बिना कोई नहीं रह सकता। मनुष्य तुम कर्म करो लेकिन फल की इच्छा मत करो। कर्म ऐसे करों जैसे पानी में कमल रहता है, वैसे ही अपने कर्म करते जाओ। कर्म किए जा फल की इच्छा मत कर ऐ इंसान, जैसे कर्म करेगा वैसे फल देंगे भगवान।’


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।