दरअसल, शुक्रवार को रिटायर्ड कर्मचारी संघ हरियाणा का सम्मेलन जिला प्रधान छाज्जुराम नैन की अध्यक्षता में हुआ।इस दौरान संघ ने कहा कि रिटायर्ड कर्मचारी की लंबित मांगों पर हरियाणा सरकार जल्द ही विचार विमर्श करें और प्रांतीय प्रतिनिधिमंडल के साथ एक वार्ता की जाएं। मांगे पूरी ना होने के चलते रिटायर्ड कर्मचारियों में रोष बढ़ रहा है। इस दौरान कर्मचारियों ने डीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम मांग पत्र भी भेजा।
पेंशनरों को CM ने दी बड़ी राहत, 110 करोड़ मंजूर, ग्रेच्युटी-बकाया का होगा भुगतान, जल्द खाते में आएगी राशि
इससे पहले भिवानी में संघ ने बैठक के बाद पुरानी पेंशन स्कीम बहाली, 65, 70, 75 वर्ष की आयु होने पर पांच, 10, 15 फीसद बेसिक पेंशन में वृद्धि, कैशलेस मेडिकल सुविधा, कम्यूटेशन की कटौती 15 की जगह 10 वर्ष में करने,जनवरी 2020 से जून 2021 तक 18 महीने के एरियर का भुगतान करवाने, बुढ़ापा सम्मान भत्ता 60 वर्ष की आयु होने पर आय सीमा के दायरे से बाहर करके सभी बुजुर्गों को दिलवाने, कौशल रोजगार निगम को तुरंत भंग करने, सभी कच्चे कर्मियों को पक्का करने की मांग उठाई थी।
कर्मचारियों की प्रमुख मांगे
- पुरानी पेंशन बहाल की जाए और नई पेंशन योजना वापस ली जाए।
- 65, 70, 75 वर्ष की आयु पर पांच, 10, 15% बेसिक पेंशन में वृद्धि की जाए।
- कैशलेस मेडिकल सुविधा शीघ्र उपलब्ध हो व 3 हजार रुपये मेडिकल भत्ता दिया जाए।
- कम्युटेशन की कटौती 15 वर्ष की बजाय 10 वर्ष की जाए।
- फैमली पेंशर्स को भी एलटीसी की सुविधा दी जाए।
- बुढ़ापा समान भत्ता को भी सभी प्रकार की आय से अलग रखा जाए।
- एडिड स्कूलों व अन्य संस्थाओं के पेंशनर्स को भी सरकारी पेंशनर्स के समान सभी सुविधाएं दी जाएं।