इसको लेकर अधिवक्ता राकेश पाल, धर्मेंद्र गुर्जर, उज्जवल फडसे द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया है कि जिला न्यायालय में कई लोग नकली वकील बन कोर्ट में आ कर न्यायालय कक्षों में उपस्थित हो रहे हैं। इतना ही नहीं ये लोग वकील के कपड़े पहन कर कोर्ट में घूमते है। बड़ी बात ये है कि कई तो बैंड तक बांध रहे हैं। ऐसे में उनकी पहचान कर पाना मुश्किल हो जाती है। यही वजह होती है कि कोई भी ना तो इन पर शक कर पाता है और ना ही उनके कामकाज पर सवाल उठा पाता है।
गुरुवार को पकड़ाया फर्जी वकील –
लेकिन अब नकली वकीलों की पहचान करने के लिए अधिवक्तागण खुद एक मुहिम शुरू कर रहे हैं। जिसके तहत फर्जी वकीलों को पकड़ उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही केस भी दर्ज करवाए जाएंगे। गौरतलब है कि जिला न्यायालय में गुरुवार के दिन ही एक फर्जी वकील को पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया है। फर्जी वकील का नाम शिवमसिंह रघुवंशी बताया जा रहा है। ये कोर्ट में वेशभूषा में घूम पक्षकारों के बीच राजीनामा करवा रहा था।