MP : राज्य शासन ने बदली व्यवस्था, होगी आर्थिक बचत, नई पद्धति से होगा निर्माण

मध्य प्रदेश सरकार ने एक व्यवस्था में बदलाव किया है। जिसका आर्थिक फायदा राज्य शासन को होगा। दरअसल स्तरीय पुल के निर्माण की व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया गया। जिसके बाद अब बड़े पुल इंजीनियरिंग प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन पद्धति पर बनाए जाएंगे। राज्य शासन की योजनाओं की माने तो ठेकेदार यह पुल की डिजाइन बनाएंगे। इससे पहले फूल की डिजाइन इंजीनियर द्वारा बनाई जाती थी। जिससे सरकार को आर्थिक नुकसान होता था। दरअसल बीते साल बाढ़ में ग्वालियर चंबल संभाग के उच्च स्तरीय पुल पानी में डूब गए थे। जिससे यातायात में भी काफी बाधा देखने को मिली थी।

जिसके बाद कई अन्य तरह के प्रकरण सामने आने के बाद अब राज्य शासन ने उच्चस्तरीय पुल निर्माण की व्यवस्था को ठेकेदार को सौंपने का निर्णय लिया है यदि इसमें परिवर्तन हुए बढ़ता है उसकी लागत बढ़ती है तो इसका भार भी निर्माण एजेंसियों को ही उठाना होगा जिससे सरकारी कोष पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। नई ताजा अपडेट के मुताबिक जांच रिपोर्ट में आई अपडेट के मुताबिक श्योपुर-बड़ौदा मार्ग पर सिर्फ नदी पर बने उच्चस्तरीय पुल की लंबाई को भी 105 मीटर से बढ़ाकर 125 मीटर किया गया है।


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Kashish Trivedi

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