करोड़ों रूपये और बड़ी मात्रा में जेवरात की अफवाह पर लूट का प्रयास, पढ़े पूरी खबर

बालाघाट,सुनील कोरे। विगत 23 सितंबर की रात्रि जिले के गढ़ी थाना अंतर्गत कोयलीखापा ग्राम घोरसी बहेरा के बुधसिंह धुर्वे के घर लूट की मंशा से पहुंचे 13 आरोपियों को गढ़ी पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार किया है। जिन्हें पुलिस ने न्यायालय में पेश करने के बाद पुलिस रिमांड पर लिया है, ताकि यह पता चल सके कि आखिर किसकी अफवाह से उन्हें लूट की घटना को अंजाम देने की साजिश की और उसे अंजाम देने पहुंचे थे। बताया जाता है कि जिस घर में 35 करोड़ रूपये और लगभग 13 किलो सोने-चांदी के जेवरात होने की जानकारी पर लूटेरे पहुंचे थे। उस बुद्धसिंह धुर्वे के यहां खाने के लाले है।

लूट के प्रयास में पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपियो में कोई एसएएफ का जवान है तो कोई डॉ. स्कूल का बाबू और वाहन एजेंसी का संचालक है, पुलिस की मानें तो सभी आरोपी संभ्रांत परिवार से ताल्लुक रखते है। फिलहाल गढ़ी पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में सभी 13 आरोपियों सिवनी के धंसौर थाना अंतर्गत सुदामपुर निवासी 40 वर्षीय मिथिलेश पिता स्व. फागूलाल मरावी, मंडला के कटरा निवासी 29 वर्षीय विजय प्रसाद पिता ठाकुर प्रसाद मिश्रा, गढ़ी थाना अंतर्गत जामटोला निवासी 22 वर्षीय समीर उर्फ राजू खान पिता अजीज खान, 25 वर्षीय प्रदीप पिता रामु यादव, गढ़ी निवासी 21 वर्षीय भूपेश पिता बसंत सैयाम, समरिया निवासी 32 वर्षीय भूपेन्द्र पिता भोलासिंह धुर्वे, 30 वर्षीय तामसिंह पिता करणसिंह धुर्वे, सिनी के किदरई थाना अंतर्गत केदारपुर निवासी 26 वर्षीय अनंत पिता योगेन्द्र मिश्रा, कटिया निवासी 28 वर्षीय मुकेश उर्फ चंद्रकांत पिता मनमोहन चौबे, कुकरा निवासी 51 वर्षीय विकास पिता दिनेश सरकार, मंडला राजीव कॉलोनी निवासी 39 वर्षीय कैलाश पिता दिब्बावरसिंह गुमस्ता, मंडला के टिकरिया थाना अंतर्गत मेली निवासी 34 वर्षीय संजय पिता केशव साहू और कटरा निवासी 26 वर्षीय मोहन पिता सुरेश राय को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से पुलिस ने टीयूबी वाहन क्रमांक एमपी 51 सीए 5762, टाटा सफारी वाहन क्रमांक एमपी 20 सीए 7184, नकली पिस्टल गन लाईटर और एक बड़ा चाकू बरामद किया है।


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”