रत्न धारण करने से पहले जान लें ये जरुरी बातें, नहीं तो बन जाएगा जी का जंजाल

धर्म, डेस्क रिपोर्ट।  ज्ज्योतिष में कमजोर ग्रहों को मजबूत करने के लिए अक्सर रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है, ताकि जो ग्रह आपके शुभ कामों में रुकावट बन रहे हों या फिर बाधा डाल रहे वह आपके पक्ष में आ जाएं। ज्योतिषि अलग-अलग ग्रहों की मजबूती के लिए अलग-अलग रत्न पहनने को कहते हैं।  अगर आप भी अपने कमजोर ग्रह की शांति के लिए रत्न धारण करने का सोच रहे हैं,तो पहले जान लें कौन सा रत्न क्या प्रभाव डालता है।

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9 प्रकार के होते हैं रत्न

रत्नों को ग्रहों के आधार पर 9 भाग में बांटा गया है। हर एक कमजोर ग्रह को मजबूत बनाने के लिए ज्योतिष में एक रत्न निर्धारित है।
1. माणिक- सूर्य ग्रह के कमजोर होने पर माणिक रत्न पहनना चाहिए।
2. मोती- कुंडली में चंद्रमा के कमजोर होने पर मोती धारण करने की सलाह दी जाती है।
3. पन्ना- बुध ग्रह को शांत रखने के लिए जातक को पन्ना पहनना चाहिए।
4. मूंगा- मंगल ग्रह को मजबूत करने के लिए मूंगा धारण करें ।
5. पुखराज- गुरु ग्रह के लिए पुखराज धारण करने को कहा जाता है ।
6. हीरा- शुक ग्रह कमजोर हो तो हीरा पहनना शुभ माना जाता है ।
7. नीलम-जातक की कुंडली में शनि कमजोर हो जाए तो नीलम धारण करना चाहिए
8. गोमेद- राहु की दशा जब कुंडली में कमजोर होने लगे तो गोमेद पहनना चाहिए ।
9. लहसुनिया – केतु ग्रह अगर शांत करना हो तो लहसुनिया धारण करवाना चाहिए ।


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Manisha Kumari Pandey

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