RTI आवेदन के निराकरण में अपनी गलती छुपाने, नोटशीट में कांटछाट कर सीनियर अधिकारी को फँसाया

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। RTI आवेदन के निराकरण में अपनी गलती छुपाने के लिए नोटशीट में कांटछाट कर अपने ही सीनियर अधिकारी को फंसाने का एक मामला सूचना आयोग के सामने आया है। फर्जीवाड़े के इस आरोप पर मध्य प्रदेश राज्य सूचना आयुक्त राहुल सिंह ने जाँच कर उपायुक्त विकास जिला पंचायत कटनी कृष्णकांत पांडे के विरुद्ध भोपाल में पंचायत विभाग विकास आयुक्त को अनुशासनिक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है।

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प्रभात कुमार द्विवेदी ने आरटीआई आवेदन जिला पंचायत सिंगरौली में दायर किया गया था। जानकारी नहीं मिलने पर द्विवेदी  ने प्रथम अपील दायर की और उसके बाद सूचना आयोग में द्वितीय अपील दायर की। जब आयोग ने इस मामले में जांच की तो पता चला आरटीआई आवेदन की फाइल तत्कालीन परियोजना अधिकारी कृष्णकांत पांडे के पास थी। राज्य सूचना आयुक्त राहुल सिंह ने इस प्रकरण में पांडे को जमाने का कारण बताओ नोटिस जारी किया तो पांडे ने जानकारी नहीं मिलने के लिए तत्कालीन जिला पंचायत सीईओ सिंगरौली प्रियंक मिश्रा जो अब वर्तमान में कलेक्टर कटनी है को जवाबदेह ठहराया। अपने पक्ष में साक्ष्य प्रस्तुत करते हुए पांडे ने तीन नोटशीट आयोग के सामने पेश की जिसमें उनके द्वारा आरटीआई आवेदन का प्रकरण को प्रियंक मिश्रा को मार्क किया गया था। पांडे का कथन था कि प्रियंक मिश्रा के पास फाइल भेज दी थी। और मिश्रा ने इस मामले में आगे कार्यवाही नहीं की है तो प्रियंक मिश्रा ही दोषी हैं।


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Harpreet Kaur