हम आपको बता दें कि टोयोटा ने इस कार को इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (ICAT) के साथ मिलकर तैयार किया गया है इसे एक वास्तविक शून्य-उत्सर्जन वाहन भी माना जाता है, क्योंकि कार टेलपाइप से सिर्फ पानी का उत्सर्जन करती है इसमें तीन हाइड्रोजन सिलिंडर लगाए गए हैं कार के अन्दर सिलिंडर इस तरह से प्लेस किए गए हैं कि सेफ्टी को लेकर कोई समस्या न आए, यह बुलेट प्रूफ सिलिंडर है जिससे कोई डैमेज नहीं होगा, कार सेफ्टी के मामले में पूरी तरह सेफ है, कार में सेंसर्स लगे हैं जो किसी भी तरह की कोई परेशानी होने पर पूरे सिस्टम को बंद कर देते हैं।
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दरअसल, इस कार में ऑनबोर्ड इलेक्ट्रिसिटी जेनरेट होती है, जिससे यह कार चलती है इस कार के पिछले भाग में 1.4 किलोवाट की बैटरी लगाई गई है बता दें कि इलेक्ट्रिक गाड़ी के मुकाबले यह बैटरी 30 गुना कम है, इस कार में सिर्फ पांच मिनट में ईंधन भरा जा सकता है, यह कार एक बार फुल टैंक ईंधन भरने पर 646 किमी तक की दूरी तय कर सकती है, एक सिलिंडर में 5.6 किलोग्राम हाइड्रोजन भरी जाती है।
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केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मिराई हाइड्रोजन आधारित एडवांस्ड फ्यूल सेल इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए पायलट परियोजना लॉन्च की है। गडकरी ने भी हाल ही में कहा था कि वह टोयोटा मिराई का इस्तेमाल खुद शुरू करेंगे, जबकि इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) वाहन के लिए हाइड्रोजन की आपूर्ति करेगा।