रवि योग की अवधि
30 मार्च, शनिवार की रात 10:03 से 31 मार्च की सुबह 08:00 बजे तक होगी।
करें ये काम
- ध्यान
- धार्मिक कार्य
- सूर्य देव का दर्शन
- योगासन
- पूजा-अर्चना
- सात्विक भोजन
- दान-पुण्य
क्या होता है रवि योग?
दरअसल, 30 और 31 मार्च को रवि योग का निर्माण हो रहा है जोकि काफी शुभ माना गया है। रवि योग को हिंदू ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण योग माना जाता है। रवि योग में जन्म लेने वाले व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ती होती है। केवल इतना ही नहींं, उसके किए गए कर्मों से उसे सौ गुना अधिक फल मिलता है। यह योग जातक को उच्च स्थान, आधिकारिक पद और धन लाभ के साथ-साथ स्वास्थ्य, संतान और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि दिलाता है। वहीं, इस योग में किए गए दान का फल भी बहुत अधिक होता है, जिससे जातक को आर्थिक और आध्यात्मिक समृद्धि मिलती है।
सूर्य देव का होता है खास महत्व
ज्योतिष के अनुसार, इस योग में सूर्य का महत्व अधिक होता है। इस योग के निर्माण से जातक के जीवन में कई सारे सकारात्मक बदलाव देखने को मिलते हैं। इसलिए रवि योग में किए गए कार्यों की सफलता की संभावना अधिक होती है। इसके साथ ही माता लक्ष्मी की विषेश कृपा मिलती है, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। परिवार के स्वास्थ्य से जुड़ी सारी समस्याएं दूर हो जाती है।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)