कटनी, अभिषेक दुबे। मध्यप्रदेश सरकार किसानों को राहत देने के लिए समर्थन मूल्य पर किसानों को धान मुहैया करा रही है। लेकिन कुछ भ्र्ष्ट अधिकारी चावल मिलों से सांठगांठ कर दूसरे राज्यों का धान खरीदी केन्दों के माध्यम से बिकवाकर सरकार के राजस्व को चूना लगा रहे हैं।
कटनी जिले के बहोरीबंद ब्लॉक में इस तरह के खेल की सूचना मिलने पर एसडीएम संघमित्रा गौतम ने पत्थरभाटा धान खरीदी केंद्र पर छापा मार कार्यवाही की। प्रशासन की टीम को यहाँ 1700 बोरियों दूसरे राज्यों की मिली जिसे जब्त कर लिया गया। ये धान उत्तर प्रदेश और हरियाणा की थी।
प्रशासन को खरीदी केंद्र के बाहर ट्रैक्टर ट्रॉली और ट्रक में लदे धान के बोर मिले। प्रशासन ने खरीदी केंद्र के अंदर रखी 650 बोरी, ट्रैक्टर ट्रॉली में लदी 350 बोरी और ट्रक में लदी 700 बोरी धान जब्त किया। इसकी कीमत 14 लाख रुपये बताई जा रही है।
प्रशासन की टीम ने जब जाँच की तो 350 बोरियों में उत्तर प्रदेश के स्टिकर लगे हुए थे जो खरीदी केंद्र में रखे पाए गए और अलग-अलग ट्रैक्टर ट्रॉली में लोड 650 बोरियाँ मिली उत्तर प्रदेश की सील लगी थी ।वहीं एक स्थानीय राइस मिल के अंदर खड़ा ट्रक मिला जिसमें 700 बड़ी मिली जो हरियाणा से लाकर खरीदी केंद्र में ले जाकर तुलवाने की तैयारी हो रही थी।
खास बात ये है कि अधिकारियों और राइस मिल संचालकों सांठगांठ से बोरी में 40 किलो की जगह 38 किलो धान भरी जा रही थी यानि सरकार को हर बोरी से 2 किलो का सीधा नुकसान और 2 किलो का लाभ खरीदी केंद्र ले रहा था। एसडीएम ने कहा कि शिकायत के बाद छापा मारकर दूसरे राज्यों का धान जब्त किया गया है, इसके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....