MP Tourism Bhedaghat: अपने ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध मध्य प्रदेश खूबसूरत प्राकृतिक जगहों के लिए भी पहचाना जाता है। यहां के जबलपुर के भेड़ाघाट की खूबसूरती अक्सर ही लोगों का मन मोह लेती है। अब यहां आने वाले पर्यटकों को प्राकृतिक खूबसूरती के साथ इंडोर लेजर और मल्टीमीडिया शो का आनंद लेने के लिए भी मिलने वाला है। इसका भूमि पूजन कर दिया गया है और जल्द ही क्रियान्वयन के बाद इसे शुरू कर दिया जाएगा।
लेजर शो में नर्मदा की गौरव गाथा
विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भेड़ाघाट में शुरू किया जा रहा यह लेजर और मल्टीमीडिया शो प्रदेश का पहला इंडोर लेजर शो होने वाला है। शहर के पर्यटन की दृष्टि से ये काफी महत्वपूर्ण साबित होगा और इसकी शुरुआत होना पूरे शहर के लिए गौरव की बात है। नई कार्ययोजना के तहत भेड़ाघाट में शुरू किए जा रहे इंडोर लेजर और मल्टीमीडिया शो में मां नर्मदा की गौरव गाथा का वर्णन किया जाएगा। सुबह और शाम दोनों समय शो का संचालन किया जाएगा।
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2 करोड़ आएगी लागत
मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा विश्व प्रसिद्ध पर्यटन नगरी भेड़ाघाट में इस लेजर शो की शुरूआत दो करोड़ की लागत से की जा रही है। आने वाले 3 महीने में पर्यटकों के लिए इसे खोल दिया जाएगा और संचालन प्रारंभ होगा। इसके अलावा यहां पर साइंस सेंटर के साथ देश का पहला जियोलॉजिकल पार्क बनाए जाने का काम भी क्रियान्वित किया जा रहा है। फिलहाल ये काम डीपीआर बनाए जाने के चरण में चल रहा है।
जबलपुर की मन मोह लेने वाली खूबसूरती की जब भी बात होती है, तो भेड़ाघाट का नाम सबसे पहले सामने आता है। यह जगह अपनी संगमरमर चट्टानों के चलते बहुत प्रसिद्ध है और सर्वाधिक पर्यटकों की संख्या के लिए भी पहचानी जाती है। यहां नर्मदा नदी के दोनों और 100 फीट ऊंची संगमरमर की चट्टानें देखने को मिलती है और शांत और निर्मल जल किसी का भी मन मोह सकता है।
भेड़ाघाट में जल्द ही लेजर शो की शुरुआत हो जाएगी, जिससे यहां पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो जाएगा। लेकिन जबलपुर में पहले से ही कई सुंदर और मनोरम स्थल मौजूद है, जहां सैर के लिए जाया जा सकता है।
मदन महल किला
15वीं शताब्दी में जबलपुर पर शासन करने वाले शासकों के शासनकाल गवाही के रूप में आज भी मदन महल किला खड़ा हुआ है, जिसे राजा मदन सिंह ने बनवाया था। इस किले का संबंध रानी दुर्गावती से भी है। यह भारत के प्राचीन स्मारकों में से एक है।
बैलेंसिंग रॉक
जबलपुर में प्रकृति का एक अद्भुत चमत्कार भी देखने के लिए मिलता है। मदन महल किले के पास एक बैलेंसिंग रॉक मौजूद है, जो ज्वालामुखी विस्फोट की अद्भुत संरचनाओं में से एक है। यहां पर सिर्फ थोड़े से सहारे पर एक विशाल सी चट्टान संतुलन बनाए हुए दिखाई देती है। हैरानी की बात यह है कि 6.5 तीव्रता से आया भूकंप भी इस रॉक का संतुलन नहीं बिगाड़ सका।
कचनार सिटी
कचनार सिटी अपनी 75 फीट की शिव प्रतिमा के चलते देश ही नहीं विदेशों तक प्रसिद्ध है। 2006 में इस मूर्ति को तैयार किया गया था। यह गुफा के ऊपर बनी हुई है, जिसमें 12 ज्योतिर्लिंग विराजित है।
बरगी डेम
जबलपुर का बरगी डेम नर्मदा का एक महत्वपूर्ण डेम है और जबलपुर और इसके आसपास के क्षेत्रों में जलापूर्ति का एक प्रमुख स्त्रोत भी है। इसे देखने पर यहां समुद्र का नजारा दिखाई देता है और यह एक महत्वपूर्ण पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित हो चुका है। मध्य प्रदेश सरकार ने यहां पर एक रिसॉर्ट भी खोला है, जहां से जलाशय का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है। यहां पर फिशिंग, बोट राइड, वाटर स्कूटर जैसी सुविधाओं का लाभ लिया जा सकता है।
धुंआधार जलप्रपात
भेड़ाघाट में नियाग्रा फॉल्स को टक्कर देने वाला धुआंधार जलप्रपात मौजूद है। 10 मीटर की ऊंचाई से गिरने वाले इस प्राकृतिक जलप्रपात की सुंदरता बहुत ही अनुपम है। संगमरमर की चट्टानों से निकलता हुआ इसका पानी जब बड़ी सी धाराओं के साथ गिरता है, तो जोरदार आवाज के साथ यहां धुआं दिखाई देता है, जो इसके नाम के पीछे की एक बड़ी वजह है। पिकनिक मनाने के लिए यह लोगों का फेवरेट स्पॉट है।
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Diksha Bhanupriy
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