अगर आप मेडिटेशन करते हैं तो साथ में ओम का उच्चारण करें। वैसे इसका सबसे सही तरीका ये है कि सुबह उठकर आप स्नान करने के बाद इसका उच्चारण करें तो ये अधिक फलदायी होता है। पद्मासन, अर्धपद्मासन, सुखासन, वज्रासन जैसे किसी आसन को लगाएं, आखं बंद करके बैठें और फिर ओम का उच्चारण करें। इस तरह से उच्चारण कर आप ज्यादा शारीरिक और मानसिक लाभ अर्जित कर सकेंगे।
ओम से स्वास्थ्य लाभ
• अगर आपको छोटी छोटी बातों में घबराहट होने लगती है तो ओम का उच्चारण जरूर करें।
• ओम के उच्चारण से तनाव और स्ट्रेस दोनों में राहत मिलती है।
• सांस खींच कर इसका उच्चारण करते हुए शरीर का ब्लड फ्लो भी ठीक रहता है।
• इसका असर हमारी पाचन क्रिया पर भी पड़ता है। नियमित उच्चारण से काफी हद तक डाइजेशन ठीक होता है।
• समय पर नींद न आती हो या अच्छी नींद न आती हो तो आंख बंद कर ओम का उच्चारण करें, नींद में अंतर साफ समझ में आने लगेगा।
• प्राणायाम के साथ ओम के उच्चारण की आदत डालें, ये आपके फेफड़े मजबूत बनाएगा।
वैसे तो ये मान जाता है कि ओम का उच्चारण पूरे 108 बार किया जाना चाहिए पर व्यस्त दिनचर्या के साथ ये जरा मुश्किल काम है। आप अगर योग या मेडिटेशन करते हैं तो साथ में ओम के उच्चारण की आदत डाल सकते हैं। कम से कम 5 बार इसका उच्चारण जरूर करें। इसी तरह से 7, 11, 15, 21 के क्रम में आगे बढ़ सकते हैं। ये जरूरी नहीं कि आप ऊंचे स्वर में ही उच्चारण करें, धीरे या मन में भी उच्चारण करते हुए आप इस मंत्र से स्वास्थ्य लाभ ले सकते हैं।