ग्वालियर, अतुल सक्सेना। रेत से भरे डंपर से वसूली करने के आरोप में घिरे ग्वालियर जिले के एक सीएसपी (CSP) का राज्य शासन ने ट्रांसफर कर दिया है। मामला ग्वालियर जिले के बहोड़ापुर थाना क्षेत्र का है जहाँ पिछले दिनों ट्रांसपोर्ट नगर से निकले रेत से भरे दो डंपरों को पुलिस ने पहले पकड़ा फिर मोटी रकम लेकर छोड़ दिया गया। मामला मीडिया में आने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों से होता हुआ भोपाल पहुंचा और आज सरकार ने सीएसपी को ग्वालियर से हटाकर पुलिस मुख्यालय भोपाल (MP Police Headquarters Bhopal)भेज दिया।
ग्वालियर (Gwalior News) जिले के ग्वालियर सर्किल के सीएसपी प्रमोद शाक्य (MP Police DSP Transfer, ) का राज्य शासन ने तबादला कर दिया है। गृह विभाग से आये आदेश के तहत सीएसपी प्रमोद शाक्य को ग्वालियर से हटाकर पुलिस मुख्यालय भोपाल (MP Police Headquarters Bhopal) भेजा है वहीं उनकी जगह शाजापुर में पदस्थ डीएसपी महिला सुरक्षा संदीप मालवीय को ग्वालियर भेजा है।
गौरतलब है कि सीएसपी प्रमोद शाक्य पर बीते मंगलवार को रेत से भरे ओवरलोड डंपरों को पैसे लेकर छोड़ने का गंभीर आरोप लगा था। मामला मीडिया ने उजागर किया, डंपर मालिक से जब बात की गई तो उसने सीएसपी द्वारा की गई 50 हजार रुपये की डिमांड की बात बताई।
मीडिया ने जब पड़ताल की तो खुलासा हुआ कि ट्रांसपोर्ट नगर से निकले दो डंपरों को सीएसपी प्रमोद शाक्य ने रोका इनमें में से एक को बहोड़ापुर थाने (Gwalior Police) खड़ा करवा दिया गया फिर 10 हजार रुपये लेकर उसे छोड़ दिया गया वहीँ दूसरे डंपर को सचेती पेट्रोल पंप ट्रांसपोर्ट नगर के पास से 25 हजार रुपये लेकर छोड़ दिया गया।
सीएसपी स्तर के अधिकारी द्वारा खुले आम वसूली का मामला सामने आने के बाद पुलिस की किरकिरी हुई और आला अफसर एक्शन में आये। एसपी अमित सांघी ने मीडिया से सुबूत लिए। एडीजीपी ग्वालियर आईजी श्रीनिवास वर्मा ने कल गुरुवार को एसपी को जाँच के आदेश दिए, एसपी ने एडिशनल एसपी मृगाखी डेका को जांच सौंपी और आज शुक्रवार को सीएसपी का ट्रांसफर (MP Police Transfer) हो गया।
About Author
Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....