ईओडब्ल्यू की पकड़ में गोल्डन हीरो बाबू, सागर मेडिकल कॉलेज में हुआ ट्रांसफर

भोपाल,रवि नाथानी। जिस क्लर्क के घर पर बुधवार को ईओडब्ल्यू (EOW) ने छापा मार था,उसमें जांच और खीचेगी। प्रदेश के चिकित्सा विभाग में आयुष्मान भारत योजना और स्वशासी संस्थाओं को काम देखने वाले हिरदाराम नगर में रहने वाले हीरो बाबू केसवानी करोड़पति निकला है, इस बाबू को सस्पेंड कर दिया गया है,सागर के मेडिकल कालेज में अटैच कर दिया गया है।

चिकित्सा शिक्षा संचालक डॉ जितेंन शुक्ला ने बताया कि सस्पेंशन के बाद उसे सागर मेडिकल कॉलेज अटैच किया गया है। उसके घर से ईओडब्ल्यू के छापे में 85 लाख नकदी मिली है। पत्नी के नाम से ज्यादातर प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले है, जिनकी कीमत चार करोड़ से ज्यादा है। पाश इलाके में जमीन के दस्तावेज मिले हैं। केसवानी ने अपनी नौकरी की शुरूआत चार हजार रूपये की पगार से की थी। सातवें वेतनमान के बाद उसका वेतन 50 हजार रूपये हो गया था।


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”