भोपाल,डेस्क रिपोर्ट। नशा बंदी को लेकर उमा भारती (uma bharti) के तेवर एक बार फिर सख्त हो गए हैं। भोपाल से होशंगाबाद रोड के पास मंगलवार की शाम उमा भारती ने नशा मुक्त समाज के समर्थन में अपने तक तेवर दिखाएं और कहा कि अब समय पूरा हो चुका है।
शराबबंदी को लेकर लगातार मुखर रही उमा भारती सवा महीने के लंबे अंतराल के बाद एक बार फिर आर पार की लड़ाई के मूड में है। मंगलवार की शाम उन्होंने भोपाल के आशिमा मॉल के पास मौजूद शराब की दुकान और अहाते के पास अपनी चौपाल लगाई और लोगों को बताया कि उन्होंने अपनी बात दिल्ली तक पहुंचा दी थी। तय हुआ था कि अहाते नहीं खोले जाएंगे लेकिन समस्या जस की तस है और साफ दिख रहा है कि शराब और शराबियो की संख्या बढ़ती जा रही है। उमा भारती ने सुंदरकांड की चौपाई का उदाहरण दिया” विनय न मानत जलधि जड़, गए तीन दिन बीत। बोले राम सकोप तब, भय बिन होय न प्रीत।
उमा भारती ने कहा कि शराब पीने वाली की जब तलब बढती है तो वह नशे की ओर बढ़ जाता है और फिर इस तरह से घातक नशे की चपेट में आ जाता है। उमा ने कहा कि मध्यप्रदेश में इसी रोडमैप पर जा रहा है और यदि से रोका नहीं गया तो स्थिति भयावह होगी ।
उमा भारती के भय बिन होए न प्रीत बयान को लेकर कांग्रेस ने तंज कसा है। कांग्रेस की प्रवक्ता सुश्री संगीता शर्मा ने ट्वीट कर लिखा है “16 साल के मुख्यमंत्री को सीधी धमकी। क्या दीदी के खिलाफ f.i.r. का साहस जुटा पाओगे मामाजी!
— Sangeeta Sharma🇮🇳 (@SangeetaCongres) June 7, 2022
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Amit Sengar
मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।
वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”