Gwalior News : ग्वालियर पुलिस ने आज एक हिस्ट्री शीटर निगरानी शुदा बदमाश राहुल राजावत और उसके साथियों पर लाठियां बरसाते हुए उसे साथियों सहित गिरफ्तार कर लिया, बदमाश राहुल राजावत पुलिस द्वारा उसपर लगातार निगरानी रखने और उसके घर जाकर चैकिग करने से बौखला गया, उसने आज हजीरा चौराहे पर साथियों के साथ चक्काजाम का प्रयास किया इसी दौरान उसने आत्मदाह की कोशिश की, पुलिस ने जब उसे रोका तो उसके साथी पुलिस पर हावी हो गए जिसके बाद पुलसी ने जमकर लाठियां बरसाईं और राहुल राजावत सहित 6 लोगों को गिरफ्तार कर ले गई ।
चैकिंग से बौखलाया हिस्ट्री शीटर
एडिशनल एसपी ऋषिकेश मीणा ने बताया कि राहुल राजावत हजीरा थाना क्षेत्र का हिस्ट्री शीटर है, पुलिस का ये काम है कि उसकी गुंडा लिस्ट में शामिल और हिस्ट्री शीटर बदमाश की वो निगरानी करती है, कल भी पुलिस राहुल राजावत के घर चैकिंग करने गई थी।
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पुलिस पर लगाये परेशान करने के आरोप
उन्होंने बताया कि चूँकि पुलिस उसे चैक करने जाती है इसलिए उसने अपने घर के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगा रखे हैं और उसकी को आधार बनाकर उसने सोषा मीडिया पर पोस्ट की कि पुलिस उसे परेशान कर रही है जबकि ये पुलिस का काम है, यदि उन्हें किसी से शिकायत थी तो वरिष्ठ अधिकारी से शिकायत कर सकते थे लेकिन ऐसा नहीं किया।
चौराहे पर चक्काजाम, आत्मदाह का प्रयास, पुलिस ने बरसाईं लाठियां
राहुल राजावत ने बिना कोई शिकायत किये आज हजीरा चौराहे पर चक्काजाम करने की कोशिश की, पुलिस वहां पहले से ही मौजूद थी, हमने इन लोगों को हटाने के लिए कहा लेकिन वो बैठे रहे इस दौरान उसने अपने ऊपर कुछ उड़ेल लिया जब रोका तो चक्काजाम कर रहे लोग पुलिस पर हावी हो गए जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर सबको खदेड़ दिया।
पुलिस की चेतावनी जनता को कोई भी परेशान करेगा तो ऐसा ही सुलूक होगा
एडिशनल एसपी ने कहा कि पुलिस ने 6-7 लोगों को पकड़ा है उन पर मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करने की कार्रवाई की जा रही है बाकि अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया जायेगा, उन्होंने चेतावनी दी कि कोई भी गुंडा बदमाश चक्काजाम या अन्य किसी तरह से जनता को परेशान करने का प्रयास करेगा तो पुलिस उसे छोड़ेगी नहीं ।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....