इंदौर, आकाश धोलपुरे। ये बात और है कि इंदौर में कमिश्नर प्रणाली लागू होने के पहले से ही सीसीटीवी की मदद से अपराधियों को खोजकर उनके सही अंजाम तक पहुंचाया गया है लेकिन आपको बता दे कि आने वाले समय सीसीटीवी से लेकर अन्य आधुनिक संसाधनों का उपयोग इंदौर में पुलिस द्वारा किया जाएगा ताकि अपराधो पर लगाम लगाई जा सके इतना ही नही शहर की सुरक्षा को लेकर तैयार किये जा रहे नए मापदंडों में उन आधुनिक संयंत्रों को जगह दी जा रही है जो या तो अपराधियों के मन मे खौंफ पैदा कर देगा और यदि किसी ने हिमाकत की तो वो जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में भी आ जायेगा।
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कमिश्नर ऑफ पुलिस इंदौर हरिनारायणचारि मिश्र ने पुलिस द्वारा आधुनिक संसाधनों के इस्तेमाल के सवाल के जबाव में कहा गया कि आधुनिक तकनीक का प्रयोग पुलिस की एक जरूरत है और पुलिस हर उस स्तर पर तकनीक का इस्तेमाल करेगी जहां पर भी तकनीक की आवश्यकता होगी। उन्होंने बताया कि पहले से भी आधुनिक तकनीक का उपयोग होता रहा है वही अब इसको और उन्नत तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा। चाहे सीसीटीवी की बात हो चाहे आधुनिक सायबर लैब की बात हो या आधुनिक तरीके के प्रशिक्षण की बात हो। उन्होंने कहा इन सभी चीजों के लिए अलग – अलग एजेंसियों से बात की गई है ताकि सायबर क्राइम की टीम को उन्नत तरीके से प्रशिक्षित किया जा सके।
इसी के चलते आधुनिक संसाधन, लैब, उपकरण सहित साफ्टवेयर पर पुलिस का फोकस है। वही सीसीटीवी को लेकर उन्होंने कहा कि शहर के अलग अलग इलाको में लगने वाले सीसीटीवी कैमरों में से कुछ जनसहयोग से, अलग अलग योजनाओं, स्मार्ट सिटी योजना सहित अन्य तरीके से लगवाये जाएंगे। बता दे कि आने वाले समय मे चप्पे चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे लग जाएंगे साथ ही शहर के रिंग रोड़, बायपास और सीमावर्ती क्षेत्रों पर भी तीसरी आंख की निगाह 24 घण्टे चौकस रहेगी जिसकी सीधे मॉनिटरिंग पुलिस द्वारा की जाएगी।