जगह-जगह लगाए गए CCTV कैमरे
इसके अलावा, यमुना एक्सप्रेसवे पर जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। वहीं, यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण वीर सिंह ने कहा कि स्पीड कम होने से ड्राइविंग सुरक्षित रहेगी। यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए मौसम में स्पीड लिमिट को कम करने का फैसला लिया गया ताकि किसी भी संभावित हादसे से बचा जा सके।
वहीं, यदि इस एक्सप्रेसवे पर हादसों की बात करें तो 9 जनवरी 2023 को ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे पर दो कारों में जोरदार भिड़ंत हुई थी। जिसमें दो बच्चे सहित 6 लोग घायल हो गए थे। 10 जनवरी 2023 को मथुरा में एक्सप्रेस वे पर एक साथ वाहन आपस में टकरा गए थे, जिसमें 24 लोग घायल हो गए थे।
इन बातों का भी रखें ख्याल
अमूमन, कोहरे के कारण आए दिन कहीं ना कहीं हादसे की खबर सुनने को मिलती ही रहती है। ऐसे समय में यह महत्वपूर्ण होता है कि हम सुरक्षित ड्राइव करें और सभी को सड़क सुरक्षा का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करें। इसके लिए अच्छे ब्रेक्स, टायर, सड़क पर सावधानी से चलना और हाई बीम या डे टाइम रनिंग लाइट्स जैसे सुरक्षा सुझावों का पालन करना बेहद जरूरी होता है। इसके साथ ही यह भी महत्वपूर्ण है कि हम अपनी गाड़ी की मेंटेनेंस का भी ध्यान रखें।
8 लेन का हाइवे
बता दें कि यमुना एक्सप्रेसवे भारत के महत्वपूर्ण हाइवे में से एक है जो दिल्ली और आगरा को जोड़ती है। यह भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग 19 (NH 19) का हिस्सा है। यमुना एक्सप्रेसवे को तेजी से यातायात और बेहतर सुरक्षा के लिए डिज़ाइन किया गया है जो कि 8 लेन का हाइवे है। जिसकी लंबाई करीब 165 किलोमीटर है।