फिर विवादों में घिरे दृष्टि IAS के संस्थापक विकास दिव्यकीर्ति, कही ये बातें

नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। भारत में आज प्रसिद्धि (popularity) पाने के लिए लोग नए-नए तरीके अपना रहे हैं लेकिन जो सबसे आसान तरीका इस वक्त अपनाया जा रहा है वह है कि “आप हिंदू (hindu) धर्म में हिंदुओं के आराध्य को गाली गलौज दें या उनके लिए अपशब्द कह दें”, बस इतना कर लीजिए और आप पूरे देश में प्रसिद्ध हो जाएंगे। क्यूंकि हिंदू अहिंसा वादी है, हिंदू सहिष्णु है, हिंदू शांतिप्रिय है। और इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि आपको हिंदुओं के आराध्य को अपशब्द बोलने के लिए ना तो धार्मिक ज्ञान की आवश्यकता है और ना ही किसी और बात की, बस आपका मन हुआ और आपके मन में जो आया आपने वह कह डाला।

ऐसे ही एक शख्स प्रसिद्धि की लालसा को अपने मन मैं रखे हुए मंच से हिंदुओं के आराध्य श्री राम और माता सीता के लिए अपशब्द कहते हुए नजर आ रहे हैं। उनके द्वारा कहे गए शब्द इतने निम्न स्तर के हैं कि एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ उन्हें उल्लेखित करना भी जरूरी नहीं समझता। जो इंसान इन शब्दों को कह रहा है वह है दृष्टि आईएएस के संचालक विकास दिव्यकीर्ति (Vikas Divyakirti)। विकास दिव्यकीर्ति के बारे में अक्सर लोगों द्वारा कहा जाता है कि उनकी सोच हिंदू विरोधी है, जिसका विकास कीर्ति खंडन करते हुए नजर आते हैं। पर उनके द्वारा कहे गए यह अज्ञान पूर्ण शब्द जिनका वाल्मीकि रामायण से कोसों तक कुछ लेना देना नहीं है निश्चित तौर पर उनकी इस हिंदू और हिंदू आराध्य विरोधी सोच को प्रमाणित करता है।


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Kashish Trivedi

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