भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान(Shivraj Singh Chauhan) ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर (Telangana Chief Minister KCR) को कमजोर मुख्यमंत्री बताया है। केसीआर की तुलना उन्होंने डरे हुऐ कंस से की। शिवराज ने कहा कि हुजूराबाद में हारने के बाद हुजूर की हवा निकल गई है।केसीआर हम बिरयानी नहीं है, जो खा जाओ।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा कि सुन लो KCR, मैं शिवराज सिंह चौहान हूँ, मैं बोल रहा हूँ कि जब तक तुम्हारी सरकार गिराकर धूल में नहीं मिलाएंगे, तब तक चैन की साँस नहीं लेंगे। हम लड़ते रहेंगे केसीआर- राम मंदिर का निर्माण करवाएंगे, कश्मीर से धारा 370 खत्म कर दी।जब हम कहते थे कि रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे तो हमारे विरोधी कहते थे, कि तारीख नहीं बताएंगे! आज अयोध्या में श्रीराम लला का भव्य मंदिर बन रहा है।
सीएम शिवराज यहीं नहीं रूके और आगे कहा कि यह तेलंगाना की जनता है, यह निजाम से नहीं डरे, विदेशी आक्रांताओं से नहीं डरे, तुम किस खेत की मूली हो केसीआर। सुन लो केसीआर, मैं शिवराज सिंह चौहान हूँ, मैं बोल रहा हूँ कि जब तक तुम्हारी सरकार गिराकर धूल में नहीं मिलाएंगे, तब तक चैन की साँस नहीं लेंगे।हमारी पार्टी तो वर्षों से अन्याय के खिलाफ लड़ रही है, केसीआर से भी लड़ेगी! केसीआर के सपनों में भी बंडी संजय कुमार आते हैं, और वो डर जाते हैं।
सीएम शिवराज ने कहा कि ये मैदान में मुकाबला नहीं कर पाते- पंजाब में जो घटना हुई है, भारत के इतिहास में वो कभी नहीं हुई।पंजाब (Punjab) में जो हरकत की गई, वो भारत के इतिहास में कभी नहीं हुई! मैं मुख्यमंत्री था और कांग्रेस की सरकार केंद्र में थी। मैंने अमरीका में कहा था कि भारत का प्रधानमंत्री (PM Narendra Modi) कभी अंडरअचीवर नहीं हो सकता! लेकिन कांग्रेस तो बेशर्मी की सारी हदें पार कर रही है।केसीआर जवाब दो, तुमने तेलंगाना की जनता को कितने वचन दिए था, क्या कोई वचन आजतक पूरा हुआ? आजतक किसी को दो बेडरूम का मकान मिला क्या? केजी-टू-पीजी का लाभ किसी को मिला क्या?
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Pooja Khodani
खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते।
"कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ।
खबरों के छपने का आधार भी हूँ।।
मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ।
इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।।
दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ।
झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।"
(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)