MP News : सागर में जनसुनवाई बनी मजाक, कलेक्टर की जगह कार्यालय अधीक्षक ने सुनी लोगों की फरियाद

Office Superintendent held the jansunwai : मध्य प्रदेश में हर मंगलवार को प्रत्येक जिले के कलेक्ट्रेट में होने वाली जनसुनवाई का उद्देश्य है कि लोगों को तत्काल सहायता या इंसाफ दिलाया जा सके। यहां कलेक्टर, एडीएम या डिप्टी कलेक्टर लोगों की समस्याएं सुनते हैं और उसका निराकरण करते हैं। लेकिन मंगलवार को सागर जिले में जो नजारा देखने को मिला, उसके बाद इस जनसुनवाई को लेकर कई तरह के सवाल खड़े होने लगे हैं।

यहां जनसुनवाई करने के लिए कलेक्टर या डिप्टी कलेक्टर नहीं बल्कि कार्यालय अधीक्षक एम.एल. कोंदर कुर्सी पर बैठे नजर आए। उन्होने 62 आवेदकों के प्रकरण सुने और इन मामलों में कार्रवाई भी सुनिश्चित की। लेकिन ये बात समझ से परे है कि जिन समस्याओं का निराकऱण कलेक्टर या संबंधित अधिकारियों को करनी थी, वहां एक कार्यालय अधीक्षक को आखिर क्यों और कैसे बैठा दिया गया। सागर जिले से तीन कद्दावर मंत्री भूपेंद्र सिंह, गोपाल भार्गव और गोविंद सिंह राजपूत आते हैं इसीलिए उम्मीद बढ़ जाती है कि  वहां की प्रशासनिक व्यवस्थाए चाक चौबंद रहेगी। लेकिन मंगलवार को हुई इस घटना ने जनसुनवाई की पूरी प्रक्रिया को ही मजाक में तब्दील कर दिया है।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।