कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा का बड़ा आरोप, बोले – PM Modi भारत में रूस जैसा प्रजातंत्र करने वाले हैं इन्हें रोकना जरूरी
भाजपा के एमपी में 29 सीट जीतने के लक्ष्य के सवाल पर कांग्रेस नेता ने कहा कि लक्ष्य रखना अच्छी बात है लेकिन उन्हें आत्मचिंतन करना चाहिए वे ये तो बताएं कि इतने साल में ऐसा किया क्या है जो इतना बड़ा लक्ष्य रखा है?
Congress blames PM Modi : लोकसभा चुनाव का दूसरा चरण 26 अप्रैल को है, भाजपा और कांग्रेस सहित सभी दल पूरी ताकत से प्रचार कर रहे हैं, एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है, पीएम मोदी जहाँ कांग्रेस पर देश के लोगों की संपत्ति, महिलाओं के मंगलसूत्र छीनने की प्लानिंग के आरोप लगा रहे हैं वहीं कांग्रेस उनपर देश में रूस जैसा प्रजातंत्र करने की प्लानिंग के आरोप लगा रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने मंगलसूत्र को लेकर पीएम पर कसा तंज
ग्वालियर पहुंचे कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलसूत्र वाले बयान के जवाब में चुटकी लेते हुए कहा कि मंगलसूत्र छीनने की बात हमारे घोषणा पत्र में है ही नहीं और मंगलसूत्र के बारे में पीएम कहते हैं तो झूठ तो बोलेंगे ही, वे क्या जाने इसके बारे में।
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पवन खेड़ा ने कहा कि मोदी जी सिर्फ प्रचारक, पीएम की जिम्मेदारी नहीं निभा रहे
भाजपा के एमपी में 29 सीट जीतने के लक्ष्य के सवाल पर कांग्रेस नेता ने कहा कि लक्ष्य रखना अच्छी बात है लेकिन उन्हें आत्मचिंतन करना चाहिए वे ये तो बताएं कि इतने साल में ऐसा किया क्या है जो इतना बड़ा लक्ष्य रखा है? कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी के दौरे पर तंज कसते हुए कि वे तो प्रचारक हैं उनका काम ही प्रचार करना हैं ? वे प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी नहीं निभा रहे।
सूरत में BJP की जीत पर कहा, ये रूस जैसा प्रजातंत्र भारत में करना चाहते हैं
सूरत में भाजपा की जीत पर कहा कि ये पहली झांकी है पूरा संविधान अभी बाकी है, पूरे देश में ऐसा ही होगा, पवन खेड़ा ने आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी जी भारत में रूस जैसा प्रजातंत्र लाना चाहते हैं इसलिए इन्हें रोकना जरूरी है, प्रचार में पिछड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे प्रचार में हमेशा आगे रहते हैं लेकिन करते कुछ नहीं।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....