आपको बता दें कि विजय सिंगला स्वास्थ्य विभाग में हर काम और टेंडर के बदले 1% कमीशन मांग रहे थे। इसकी शिकायत CM भगवंत मान तक पहुंची थी। उन्होंने गुपचुप तरीके से इसकी जांच कराई। अफसरों से पूछताछ की, फिर मंत्री सिंगला को तलब किया गया। मंत्री ने गलती मान ली, इसके बाद सीएम भगवंत मान ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखा दिया। और फिर पंजाब पुलिस को भी सिंगला के खिलाफ मामला दर्ज करने के निर्देश दिए। पंजाब पुलिस के एंटी करप्शन विंग ने मंत्री के खिलाफ केस दर्ज कर सिंगला को गिरफ्तार कर लिया है। सिंगला को अब मोहाली के फेज 8 पुलिस थाने में रखा गया है। वहीं सूत्रों के अनुसार, आम आदमी पार्टी से भी सिंगला के निष्कासन की तैयारी की जा रही है।
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गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विजय सिंगला को अपने मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखाते हुए साफ कहा कि हम एक परसेंट भ्रष्टाचार भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। आगे उन्होंने कहा कि जनता ने बहुत उम्मीदों के साथ आम आदमी पार्टी की सरकार बनवाई है। उस उम्मीद पर खरा उतरना हमारा कर्तव्य है। सीएम मान ने कहा कि जब तक अरविंद केजरीवाल जैसे भारत माता के बेटे और भगवंत मान जैसे सिपाही हैं, भ्रष्टाचार के खिलाफ महायुद्ध जारी रहेगा।
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ज्ञातव्य है कि 2015 में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने एक मंत्री को भ्रष्टाचार के मामले में बर्खास्त किया था। आज देश में ऐसा दूसरी बार हो रहा है। पंजाब में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी मुख्यमंत्री ने अपने ही मंत्री को भ्रष्टाचार के मामले में बर्खास्त कर दिया हो। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने प्रण किया था कि भ्रष्टाचार के सिस्टम को जड़ से उखाड़ फेकेंगे। वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के अपने ही मंत्री को बर्खास्त करने के इस फैसले को भ्रष्टाचार में लिप्त अन्य नेताओं और अधिकारियों के लिए भी कड़ा संदेश के रूप में देखा जा रहा है।