ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर पुलिस ने लूट की एक ऐसी अंधी कहानी का खुलासा किया है जिसमें फरियादी ही आरोपी निकला। पुलिस ने उसे घटना के अन्य दो आरोपियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने लूट की रकम में से कुछ बरामद कर ली है। घटना में शामिल दो अन्य आरोपी फरार है, पुलिस इनकी तलाश कर रही है।
एसएसपी अमित सांघी ने मीडिया को बताया कि 6 मई को डबरा स्थित अन्नपूर्णा फायनेंस कंपनी के मैनेजर ने डबरा सिटी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी उसके साथ 11,77,000/- रुपये की लूट हो गई है। वो फायनेंस कंपनी का पैसा बैंक में जमा करने जा रहा था तभी बदमाशों ने उसेएमएस मैरिज गार्डन के पास घेरकर डंडा मारकर लूट किया और फरार हो गए।
घटना भीड़ भरे रास्ते पर दिनदहाड़े होने पर पुलिस चौकन्नी हुई और उसने जब जाँच शुरू की तो कुछ संदेह भी हुआ। एसएसपी ने बताया कि घटना की गम्भीरता को देखते हुए एडिशनल एसपी ग्रामीण जयराज कुबेर, एडिशनल एसपी क्राइम राजेश दंडोतिया, एसडीओपी डबरा विवेक शर्मा, टीआई डबरा सिटी थाना और क्राइम ब्रांच थाने की टीम बनाकर जाँच के निर्देश दिए।
पुलिस ने इस दौरान करीब 300 सीसीटीवी के फुटेज चैक किये करीब 1000 मोबाइल फोन नंबर, कारण 100 संदेहियों से पूछताछ की। उसके बाद जो कहानी सामने आई वो चौकाने वाली थी। दरअसल फरियादी फायनेंस कंपनी के मैनेजर ने ही खुद के साथ लूट की घटना को अंजाम देने की स्क्रिप्ट लिखी थी। क्योंकि वो IPL सट्टे में बड़ी रकम हार गया था और सटोरिया उससे पैसे मांग रहा था।
फायनेंस कंपनी की रकम उसके पास होने के चलते उसकी नीयत बिगड़ गई और उसने सटोरिये के साथ मिलकर पेशेवर बदमाशों की मदद से खुद की ही लूट करवा दी। लेकिन पुलिस की नजरों से बच नहीं सका और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पहले उसने घटना के सम्बन्ध में पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की लेकिन जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो वो टूट गया। पुलिस ने लूट करने वाले एक आरोपी और घटना में शामिल सटोरिये को भी गिरफ्तार कर लिए और इनके पास से 2 लाख 30 हजार रुपये बरामद कर लिए। एसएसपी ने बताया कि वास्तिवकता में लूट 6 लाख 40 हजार रुपये की हुई थी।
एसएसपी अमित सांघी ने बताया कि घटना में शामिल एक अन्य लुटेरे बदमाश और रैकी करने वाले आरोपी की तलाश की जा रही है। दोनों पेशेवर लुटरे शातिर बदमाश हैं उनके खिलाफ पुलिस थानों में मामले दर्ज हैं। एसएसपी ने लूट का खुलासा करने वाली तीनम को 10 हजार रुपये का कैश रिवार्ड देने की घोषणा की है।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....