भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। आज रेडियो का राष्ट्रीय प्रसारण दिवस (National broadcasting day) है। आज ही के दिन 1927 में इंडियन ब्रॉडकास्टिंग कंपनी लिमिटेड (IBC) नामक एक प्राइवेट कंपनी का सफर शुरु हुआ और भारत में रेडियो को अपनी पहली ब्रॉडकास्टिंक कंपनी मिली। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने राष्ट्रीय प्रसारण दिवस की शुभकामनाएं दी हैं।
हमारे देश में ब्रॉडकास्टिंग का इतिहास ऑल इंडिया रेडियो (AIR) के शुरू होने से लगभग 13 साल पुराना है। ब्रिटिश राज में बॉम्बे के रेडियो क्लब ने जून 1923 में देश में पहली बार प्रसारण किया। इसके पांच महीने बाद कलकत्ता रेडियो क्लब की स्थापना हुई। लेकिन इंडियन ब्रॉडकास्टिंग कंपनी 23 जुलाई 1927 को अस्तित्व में आई। इसी की याद में हर साल 23 जुलाई को राष्ट्रीय प्रसारण दिवस मनाया जाता है।
1930 में सरकार ने इसे अपनी अधीन ले लिया और इसका नाम भारतीय प्रसारण सेवा कर दिया। लेबर और इंडस्ट्रियल विभाग के तहत भारतीय प्रसारण सेवा ने प्रायोगिक तौर पर अपना संचालन शुरू किया। अगस्त 1935 में लियोनेल फील्डन (Lionel Fielden) पहला कंट्रोलर नियुक्त किया गया था। 8 जून 1936 को भारतीय प्रसारण सेवा..ऑल इंडिया रेडियो (AIR) बन गई। 1956 में इसका आकाशवाणी (Akashvani) नामकरण किया गया। 1957 में विविध भारती सेवा प्रारंभ हुई। पहले ऑल इंडिया रेडियो सरकारी नियंत्रण में था लेकिन अब एक स्वायत्त निकाय है। दुनिया ने चाहे जितनी तरक्की कर ली हो लेकिन रेडियो का स्थान बरकरार है। आज भी ये लाखों लोगों की पहली पसंद है और इसे महानगरों से लेकर सुदूर गांवों में सुना जाता है। समय के साथ कई निजी एफएम चैनल भी आ गए हैं लेकिन अब भी आकाशवाणी का जादू बरकरार है।