इस बड़ी तैयारी में UGC, प्रावधान तैयार करने गठित होगी समिति, विशेषज्ञ-छात्रों को मिलेगा लाभ

Kashish Trivedi
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। UGC द्वारा PhDधारक और प्रोफेसर नियुक्ति के लिए एक नया प्रावधान लाने पर विचार किए जा रहे। इसके तहत गैर पीएचडी धारक को केंद्रीय विश्वविद्यालय (Central university) में पढ़ाने की पात्रता रखेंगे। यह प्रावधान तैयार किए जा रहे हैं। यदि इस प्रावधान को मंजूरी मिलती है तो अनिवार्य पीएचडी आवश्यकता को पूरी तरह से समाप्त किया जा सकता है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की माने विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के तहत शिक्षकों के रूप में विशेषज्ञ रखने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।

UGC द्वारा नए और विशेष पदों को बढ़ाने की योजना पर विचार किया जा रहा है। जिसके लिए पीएचडी की आवश्यकता नहीं होगी। इन्हें प्रावधान के तहत बिना पीएचडीधारकों को भी विशेषज्ञ के रूप में विश्वविद्यालय में पढ़ाने के लिए पात्रता दी जाएगी। यूजीसी अध्यक्ष जगदीश कुमार द्वारा विश्वविद्यालय के कुलपति से बैठक के दौरान पीएचडी की अनिवार्यता को हटाने के प्रस्ताव पर चर्चा किया गया था।

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