इंदौर, आकाश धोलपुरे। अपराधों की नगरी में तब्दील होते जा रहे इंदौर (Indore News) शहर में तरह – तरह की आपराधिक वारदातें सामने आ रही हैं। इंदौर पुलिस ने क्राइम ब्रांच के साथ संयुक्त कार्रवाई कर वन्य जीवों का शिकार (wild animal hunter) कर उनके अंगों की तस्करी (wildlife organ smugglers) करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया। संयुक्त कार्रवाई के दौरान 70 लाख रुपये अंतराष्ट्रीय कीमत के वन्य जीव अवशेष(अंग) भी पुलिस ने बरामद किये हैं ।
दरअसल, इंदौर से सटे देवास जिले के शिकारी द्वारा कुछ दिनों पहले अपने ही गांव के करीब के जंगल मे तेंदुए का शिकार ( leopard hunting) किया गया था। जिसके बाद वो उसकी खाल, नाखून और हड्डियों को बेचने के लिए एक्टिव हो गया। लिहाजा, उसने अपने चार तस्कर साथियों को तेंदुए के अंगों को बेचने के लिए लगा दिया। इधर, जब मुखबिर ने पुलिस और क्राइम ब्रांच को सूचना दी तो संयुक्त टीम ने तस्करों के अड्डे पर दबिश दी। इस दौरान शिकारी सहित कुल पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से तेंदुए की खाल, दर्जन भर नाखून और हड्डियां जब्त की। इसके साथ ही पुलिस ने आरोपियों द्वारा उपयोग में लाये जा रहे वाहन को जब्त करने के अलावा शिकारी बंदूक भी जब्त की है।
एडिशनल एसपी पुनीत गहलोत ने शनिवार को मीडिया को बताया कि मुख्य आरोपी आदतन शिकारी हैं और वो पहले भी हिरन के शिकार के मामले में जेल जा चुका है। हाल ही में उसने अपने ही गृहक्षेत्र ग्राम पठारीपाला के जंगल में एक तेंदुए का शिकार किया और फिर उसके अंगों को बेचने की जुगत में लग गया।
बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी ने इंदौर के खुड़ैल क्षेत्र में अपने गिरोह के चार अन्य सदस्यों को तेंदुए की खाल, नाखून और हड्डियां बेचने के लिए काम पर लगा दिया था। जिसके बाद सक्रिय हुए मुखबिर तंत्र ने क्राइम ब्रांच और पुलिस टीम को सूचना दी तब जाकर यकायक कार्रवाई कर एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया गया।
आरोपियों के नाम चंपालाल पिता भूरा कन्नोजे पठारीपाला जिला देवास, शाहरूख पिता रहीस खान आजाद नगर इंदौर, अहमदरजा उर्फ सोनू पिता मोहम्मद नासिर काजी पलासिया खुड़ैल, यासीनअली पिता निसार अली ग्राम निवाली जिला बडवानी और सलीम खान आजाद नगर इंदौर का बताये जा रहे हैं।
पकड़े गए गिरोह के मुख्य सरगना जो कि शिकारी है उससे कड़ी पूछताछ की गई है। बता दें कि देवास का रहने वाला चंपालाल इसी तरह की करतूतों को अंजाम देता है। पुलिस ने वन्य जीव सरंक्षण अधिनियम की अलग – अलग धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया। पुलिस अब रिमांड लेकर आरोपी तस्करों से अन्य वारदातों के मामले में पूछताछ करेगी।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....