डेस्क रिपोर्ट। पुष्कर मेले में पहुंचे भीम को देखकर हर कोई हैरान रह गया, 1500 किलो का भीम रोजाना एक किलो घी खाता है और करीबन 25 लीटर दूध पीता है, दरअसल भीम कोई इंसान नहीं बल्कि भैंसा है, जिसे प्रदर्शन के लिए पुष्कर मेले में लाया गया है, जोधपुर के रहने वाले इसके मालिक अरविंद जांगिड़ बीती रात जब करोड़ों की कीमत के भैंसे भीम को लेकर जब पुष्कर मेले में पहुंचे, तो इसे देखने भीड़ लग गई। मेले में भैंसे को मोतीसर रोड पर प्रदर्शन के लिए रखा गया है। मंगलवार को भी भीम को देखने के लिए लोगों की खासी भीड़ लगी रही। अरविंद के मुताबिक कुछ महीनों पहले जोधपुर आए अफगानिस्तान के एक शेख परिवार ने इस भैंसे की 24 करोड़ रुपए बोली लगाई थी, लेकिन वे भीम को बेचना नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि मेले में भी भैंसे को बेचने के लिए नहीं लाए हैं, बल्कि मुर्रा नस्ल के संरक्षण के उद्देश्य से केवल प्रदर्शन के लिए लेकर आए हैं। उन्होंने बताया कि वे इससे पहले 2018 और 2019 में भी भीम को पुष्कर मेले में प्रदर्शन के लिए लेकर आए थे। इसके अलावा बालोतरा, नागौर, देहरादून समेत कई मेलों में इसका प्रदर्शन कर चुके हैं। अरविंद ने मेलों में आयोजित पशु प्रतियोगिता में भाग लेकर पुरस्कार भी जीते हैं, वे इच्छुक पशुपालकों को भीम का सीमन उपलब्ध कराते हैं, मुर्रा नस्ल के इस भैंसे के सीमन की देश में बड़ी डिमांड है।
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भीम के रख-रखाव पर प्रतिमाह 2 लाख का खर्चा
14 फीट लंबे और 6 फीट ऊंचे भीमकाय भैंसे का वजन करीब 1500 किलो है, इसके रखरखाव और खुराक पर प्रतिमाह डेढ़ से दो लाख रुपए का खर्चा हो रहा है. अरविंद ने बताया कि भैंसे को प्रतिदिन एक किलो घी, आधा किलो मक्खन, 200 ग्राम शहद, 25 लीटर दूध, एक किलो काजू-बादाम खिलाया जाता है।