शिक्षक भूख हड़ताल का आज दसवां दिन : किसी के परिवार में हुआ निधन तो किसी के साथ दुर्घटना फिर भी धरने पर तटस्थ शिक्षक

Bhopal News : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में अधूरी शिक्षक भर्ती 2018 को पूर्ण कराने की मांग को लेकर भूख हड़ताल बैठी महिला अभ्यर्थियों का आज दसवां दिन है। इसमें कई जिलों के चयनित शिक्षकों में में ईडब्ल्यूएस कैटेगरी, ओबीसी कैटेगिरी समेत सभी कैटेगिरी के चयनित शिक्षक शामिल हैं। महिला अभ्यर्थियों का साफ कहना है कि अगर न्याय नहीं हुआ, तो आंदोलन जारी रहेगा। जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, उनका आंदोलन जारी रहेगा।

बता दें कि लाड़ली बहन रचना व्यास और रक्षा जैन का संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है वह दिन में चिलचिलाती धूप और गर्मी की मार,रात को आंधी-तूफान और बारिश की मार,सब कुछ सहते-सहते आज 23 दिन बीत गए। इन 23 दिनों में कई सारे उतार-चढ़ाव आए सेहत बिगड़ी, तबीयत भी खराब हुई बावजूद इसके हौसलों ने हिम्मत नहीं हारी इसी बीच भूख हड़ताल पर बैठीं रचना व्यास के ससुर का निधन हो गया परिवार में घटी दुर्घटना के बावजूद तीसरे दिन दोबारा भूख हड़ताल पर लौटने को तैयार, महिलाओं के इस जज्बे को सलाम करने को मन करता है। मगर विभाग और सरकार के पत्थर दिल लोग और उनकी सत्ता लोलुपता महिलाओं के कष्टों को समझने की कोशिश भी नहीं कर रहे।


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”