Katni News : चूहा की गुंडागर्दी, चाकू अड़ा कर शराब दुकान संचालक से लूटे 3500 रुपए

कटनी, अभिषेक दुबे। जबलपुर के नामी बदमाश चूहा ने कटनी में वारदात की है। उसने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर शराब दुकान संचालक से मारपीट की, चाकू अड़ाया और 3500 रू छीन लिए। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

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मामला शनिवार की शाम लगभग 5 बजे का है। उमरियापान पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले शराब की दुकान पर तीन बदमाश पहुंचे और संचालक शिवांशु से अभद्रता की, मारपीट की और चाकू अड़ा कर 3500 रू लूट लिए। इतना ही नहीं, जाते जाते बदमाश किसी से इस घटना की शिकायत नहीं करने और शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी भी दे गए। लूट के बाद पीड़ित ने इस घटना की जानकारी संबंधित पुलिस थाने को दी। पुलिस ने तत्काल इलाके की घेराबंदी की और शनिवार की रात लगभग 12 बजे तीनों बदमाशों को उस वक्त दबोच लिया जब वे कटनी से फरार होने की कोशिश कर रहे थे। एक बदमाश सोनू उर्फ चूहा , दूसरा राहुल उर्फ तेजाब और तीसरा चेतन है और तीनों जबलपुर के रहने वाले हैं। लूट के आरोपियों से लूटी गई रकम और घटना में प्रयोग किया गया चाकू पुलिस ने जप्त कर लिया है। कटनी जिले में हुई अन्य लूट की वारदातों के बारे में भी इन लोगों से पूछताछ की जा रही है। साथ ही कटनी की पुलिस जबलपुर की पुलिस से इस इन अपराधियों के आपराधिक पृष्ठभूमि के बारे में भी जानकारी जुटा रही है। चूहा आदतन अपराधी है और पूर्व में भी उसके खिलाफ जबलपुर में कई मामले दर्ज हो चुके हैं।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।