इंदौर,स्पेशल डेस्क रिपोर्ट। एक साजिश के तहत इंदौर (indore) में क्रिकेट का सटोरिया बड़ी ही चालाकी से लोगो का सट्टा खाता था और आसानी से सट्टा लगाने वालों से बड़ी रकम हड़प लेता है। दरअसल, आईपीएल (IPL) पर सट्टा लगाना ही कानूनन जुर्म है लेकिन आरोपी ने तो एक कदम आगे जाकर लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। वही इस मामले की जानकारी जब क्राइम ब्रांच और पुलिस को लगी तो पुलिस ने रविवार रात को एरोड्रम थाना क्षेत्र में दबिश दी जहां से आरोपी को गिरफ्तार किया गया। वहीं करोड़ो के लेन – देन के साथ ही बड़ी हकीकत का खुलासा पुलिस ने किया है।
इंदौर क्राइम ब्रांच (indore crime branch) और एरोड्रम पुलिस ने रविवार रात को संयुक्त कार्यवाही करते हुए IPL क्रिकेट मैच का ऑनलाइन सट्टा चलाने वाले सटोरिये प्रहलाददास नीमा को उसके घर श्रीकृष्ण नगर से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए सटोरिये से 6 मोबाइल, 1 लैपटॉप, नगदी और सट्टे का करोड़ो का हिसाब–किताब पुलिस ने जब्त किया है।
मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर एरोड्रम थाना क्षेत्र के श्रीकृष्ण नगर में आईपीएल मैचों का ऑनलाइन सट्टा संचालित किया जा रहा है। संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए पुलिस ने दबिश दी और घर मे मौजूद एक व्यक्ति देखा जो लैपटॉप के माध्यम से आईपीएल का मैच का सट्टा संचालित कर रहा था। आरोपी ने अपना नाम प्रहलाददास नीमा बताया है। आरोपी से पूछताछ करने पर पता चला कि आरोपी इंटरनेट के जरिये ग्राहकों को आईडी बनाकर आईपीएल का मैच में सट्टा खिलवाता था।
पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि आरोपी द्वारा अवैध लाभ अर्जित करने की नियत से ऑनलाइन आईडी बनाई जा रही थी, जिसमे ग्राहकों को लाइव मैच से 02 बॉल पीछे का मैच दिखाया जाता है जबकि 20–20 मैच में एक बॉल की जानकारी भी बहुत महत्पूर्ण होती है। और आरोपी मास्टर आईडी वाले मुख्य बुकी जिसे लाइव मैच या आईडी सॉफ्टवेयर के हिसाब से 2 बॉल पहले की जानकारी रहती है। वही एजेंट आरोपी को एक बॉल पहले की जानकारी सॉफ्टवेयर पर शो करता था। बताया जा रहा है कि ज्यादातर सट्टा खेलने वाले ग्राहक मोबाइल का उपयोग करते है जो बुकी द्वारा पहले से लाइव देखें गए मैच के हिसाब से भाव गिरा–बड़ाकर ग्राहकों के साथ धोखा धडी कर रहे थे। पकड़ा गया आरोपी प्रहलाद दास नीमा से नगदी, मोबाइल, लैपटॉप और करोड़ो का हिसाब–किताब जब्त किया गया। जानकारी ये भी सामने आ रही है कि आरोपी प्रहलाद के तार किसी बड़े ग्रुप से जुड़े हो सकते है। एडिशनल डीसीपी जयवीर सिंह भदौरिया की मानें तो आरोपी से पूछताछ की जा रही है और उसके कनेक्शन खंगाले जा रहे है।
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Amit Sengar
मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।
वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”