हाँ, लेकिन अभी भी नवरात्री में 9 दिन का उपवास रखने वाले में कई लोग इन नौ दिनों में निचे हो सोते हैं। यदि आप भी जमीन पर सोने का प्लान बना रहे हैं तो आप भी जानिए इसके फायदे।
फर्श का ठंडा तापमान अधिक आरामदायक होता है
बाहर कितनी भी गर्मी बढ़ रही हो, घर के अंदर का तापमान भले ही गरम रहे, लेकिन फर्श का तापमान हमेशा ठंडा रहता है। इसलिए ज़मीन पर सोने से अच्छी नींद आती है। ठंडा फर्श आपके शरीर की गर्मी को जल्द से जल्द कम करता है। यदि आपको भी अधिक गर्मी महसूस होती है, तो जमीन पर सोना ज़्यादा आरामदायक होगा आपके लिए। क्योंकि जब तक शरीर ठंडा नहीं होता नींद नहीं आती है।
पीठ दर्द से राहत मिलती है
पीठ दर्द से राहत के लिए आर्थोपेडिक सर्जन सुझाव देते हैं हार्ड गद्दे के प्रयोग के लिए। सख्त सतह पर सोने से पीठ का दर्द काम होता है जबकि शरीर के वजन से बहुत हलके गद्दे, नरम गद्दों में आप धंस जाते हैं जिससे आपको पीठ दर्द होता है। इसके अलावा यह आपका पोस्चर भी बिगाड़ सकता है।
अनिद्रा दूर करता है
अगर सतह शरीर के अनुकूल नहीं हो तो यह अनिद्रा का कारण बनता है, क्योंकि थोड़ी देर बाद ही आपको उस जगह के कारण आपके पीठ या शरीर में दर्द होने लगता है। यदि आपका गद्दा आरामदायक नहीं है तो फर्श पर सोना सही विचार है। शुरु में आपको थोड़ी परेशानी होगी, लेकिन एक बार जब आपका शरीर एडजस्ट हो जाता है, तो आपको जमीन पर सोना अच्छा लगने लगेगा।
जमीन पर सोने से पहले खुद को कैसे तैयार करें
- यदि आप ज़मीन पर सोने का प्लान कर रहे हैं तो शुरू में असहज होगा उस समय के लिए खुद को मानसिक रूप से तैयार करें।
- डायरेक्ट जमीन पर नहीं सोएं बल्कि, चटाई बिछाएं। साथ में तकिया भिओ लगाएं। ज्यादा मोटा तकिया बिलकुल न लगाएं यह आपके सर में दर्द का कारन बन सकता है।
- करवट लेकर सोना है, पेट के बल या पीठ के बल सोना है इसका आंकलन न करें। जिस पोजीशन में आराम मिले उसी में सोएं।