सीएम शिवराज ने कहा कि संबल योजना हमने फिर से शुरू कर दी है। राज्य सरकार के खजाने पर अगर पहला हक किसी का है तो गरीबों का है।। काम धंधा करते हुए कोई अपंग हो गया, तो ऐसे में भी जिंदगी की गाड़ी नहीं चल पाती है। ऐसे हमारे भाई बहनों की सहायता के लिए भी संबल योजना में प्रावधान है। नवीन पंजीयन शुरू हो रहा है। काटे गए नाम फिर से जोड़े जाएंगे। इस बार हम ई-कार्ड बनाकर देंगे।
सीएम ने कहा कि मैंने बचपन में देखा था कि मजदूरी करने वाली गरीब बहन जब अपने बेटा-बेटी को जन्म देती थी, तो उसे हफ्ते भर भी आराम करने का मौका नहीं मिलता था। अपने मासूम बेटा-बेटी को गोद में लेकर खेत पर मजदूरी करने चले जाया करती थीं। संबल योजना में आवेदन देने के लिए आपको सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं पड़ेंगे। एमपी ऑनलाइन, नागरिक सुविधा केंद्र, लोक सेवा केंद्रों में आवेदन कर सकते हैं।
सीएम शिवराज ने कहा कि चिंता मत करना। मेरे गरीब भाई-बहन, छोटे किसान भाई-बहन, मजदूरी करने वाले, पत्थर ढोने वाले, फुटपाथ पर सब्जी बेचने वाले, चाय दुकान चलाने वाले अब तो तेंदूपत्ता तोड़ने वाले गरीब भाई-बहन को भी इस योजना शामिल करेंगे।बेटा-बेटियों की पढ़ाई की चिंता करने की जरूरत नहीं है। बच्चों की पढ़ाई नि:शुल्क होगी। अगर बेटा-बेटी पढ़ने में तेज है, मेधावी है अगर उनका एडमिशन, मेडिकल, इंजीनियरिंग, IIT-IIM में होता है तो उनकी फीस सरकार भरेगी।
प्रमुख सचिव श्रम सचिन सिन्हा ने बताया कि प्रदेश के असंगठित क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों एवं उनके परिवार के लिए संबल योजना में सहायता राशि देने का प्रावधान है। अनुग्रह सहायता योजना में दुघर्टना मृत्यु होने पर 4 लाख रूपये एवं सामान्य मृत्यु होने पर 2 लाख रूपये की सहायता दी जाती है। इसी प्रकार स्थायी अपंगता पर 2 लाख रूपये एवं आंशिक स्थायी अपंगता पर एक लाख तथा अंतिम संस्कार सहायता के रूप में 5 हजार रूपये प्रदान किये जाते हैं। योजना में महिला श्रमिकों को प्रसूति सहायता के रूप में 16 हजार रूपये दिये जाते हैं, वही श्रमिकों के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा भी उपलब्ध करायी जा रही है।
अपात्र भी कर सकेंगे आवेदन
बता दे कि संबल योजना से और अधिक हितग्राहियों को लाभान्वित करने योजना को नया स्वरूप देते हुए संबल 2.0 योजना शुरू की जा रही है। योजना में प्रदेश के तेन्दूपत्ता संग्राहक श्रमिकों को भी असंगठित श्रमिकों की श्रेणी में सम्मिलित किया जायेगा। संबल 2.0 में आवेदन MP Online अथवा लोकसेवा केन्द्रों से किये जाने और आवेदन की जानकारी श्रमिक के मोबाईल पर SMS अथवा WhatsApp पर देने का प्रावधान किया गया है। इस योजना में वे श्रमिक भी नये सिरे से आवेदन कर सकेंगे, जो पहले अपात्र घोषित किये गये थे।
उल्लेखनीय है कि सीएम चौहान ने विगत 27 सितम्बर 2021 को मुख्यमंत्री जन-कल्याण संबल योजना में असंगठित क्षेत्र के 14 हजार 475 श्रमिक परिवारों को मृत्यु सहायता के रूप में 321 करोड़ 35 लाख रूपये की अनुग्रह राशि अंतरित की थी। प्रदेश में असंगठित क्षेत्र में कार्यरत लाखों श्रमिकों के लिए “संबल” अत्यंत महत्वपूर्ण योजना है, जिसमें श्रमिक को जन्म से लेकर पूरे जीवनकाल तक आर्थिक सहायता प्राप्त होती है। वास्तविक अर्थों में यह श्रमिकों का संबल है। मुख्यमंत्री चौहान ने श्रमिकों के हित में इस योजना को पुन: शुरू किया है।