जबलपुर, संदीप कुमार। जबलपुर में गोल्ड शोरूम में हुई चोरी का खुलासा हो गया है, पुलिस ने 15 दिन के अंदर इस मामलें में आरोपियों को गिरफ्तार किया है, पुलिस ने आरोपियों के पास से चुराये हुये 10 किलो के सोने के जेवर जिनकी कीमती 5 करोड़ 43 लाख 43 हजार 500 रूपये है बरामद किए है इसक साथ ही घटना में इनोवा कार और मोटर सायकिल भी जप्त की है।
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यह थी घटना
16 अगस्त की सुबह ‘‘पायल वाला गोल्ड शोरूम’’ में चोरी होने की सूचना पर पहुंची पुलिस को सुनील कुमार जैन उम्र 52 वर्ष निवासी सराफा मेन रोड कमानिया गेट के पास कोतवाली ने बताया था कि उसका सुपर मार्केट इंडियन काफी हाउस के सामने पायल वाला गोल्ड शोरूम के नाम से ज्वेलरी शौरूम है रोज सुबह लगभग 11 बजे उसकी बड़ी बहन ममता जैन शोरूम खोलती है और रात लगभग 10 बजे दीदी ही शोरूम बंद करवाती हैं । 15 अगस्त को रोजाना की तरह रात लगभग 10 बजे दुकान बंद करके अपने घर चले गये थे उसकी बड़ी बहन ममता जैन गोल्ड शोरूम के पीछे स्थित स्वर्णिम पब्लिक स्कूल की संचालिका है जो सुबह लगभग 7-45 बजे स्कूल आयीं थी जिन्हौंने शो रूम के साईड चैनल गेट एवं शटर खुली हुयी देखी तब उन्हौंने उसके बेटे स्वर्णिम जैन केा फोन पर जानकारी दी की शो रूम में चोरी हो गयी है जब देखा तो नजर आया कि चैनल गेट के ताले कटे पड़े थे शटर खुली हुयी थी एवं दुकान में सामान अस्त व्यस्त था । कोई अज्ञात चोर रात में शो रूम के ताले काट कर शो रूम में रखे सोने चांदी के जेवरात चोरी कर ले गया है, स्टॉक मिलान करने के बाद ‘‘पायल वाला गोल्ड शोरूम’’ के मालिक सुनील कुमार जैन द्वारा 10 किलो 252 ग्राम 070 मिली ग्राम सोने के जेवर कीमती 5 करोड़ 43 लाख 43 हजार 500 रूपये के चोरी जाने की जानकारी दी।
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पुलिस के लिए यह मामला चुनौती बन गया, पुलिस ने अज्ञात आरोपियों पर 30 हजार का इनाम घोषित कर दिया वही जबलपुर सराफा एसोसिएशन ने ढाई लाख का इनाम चोर का सुराग देने वालों के लिए घोषित कर दिया।
ऐसे हुआ खुलासा
सनसनीखेज घटना के सम्बंध में पकडे गये आरोपियेां ने बताया कि आरोपी गोपी उर्फ गुलाम मुस्तफा वाहन खरीद बिक्री का व्यापार करता था एवं इलेैट्रानिक सामान बनाने का छोटा कारखाना चलाता था, कोरेाना लॉकडाउन के बाद व्यापार में घाटा होने से कर्ज बढ गया था, घटना में प्रयुक्त इनोवा कार भी आरोपी ने लोन पर खरीदी थी, जिसका कर्ज वह चुका नहीं पा रहा था, और कर्जदाता लगातार उससे अपने पैसे मांग रहे थे, जिससे आरोपी ने ज्वेलर्स की दुकान मे चोरी करने का प्लान बैजू उर्फ बैजुद्दीन के साथ मिलकर किया, योजनानुसार गुलाम मुस्तफा विगत 1 माह से पायल वाला गोल्ड शोरूम दुकान की रैकी कर रहा था, 16 अगस्त को गुलाम मुस्तफा ने अपनी इनोवा की नम्बर प्लेट पर कपडे से ढककर टेप से चिपका दिया एवं ईनोवा में ताले काटने हेतु कटर एवं रॉड रखा तथा साथी बैजुद्दीन को बुलाकर अपने साथ में लेकर गोलबाजार में दत्त मंदिर के पास गली में पहुंचा तथा ईनोवा कार को खडी कर पैदल गलियों से होता हुआ पायल वाला गोल्ड शोरूम दुकान के पीछे पहुंचकर दुकान के चैनल गेट सहित 10 ताले काटकर दुकान में प्रवेश किया और सबसे पहले सी.सी.टी.व्ही. का डी.व्ही.आर. निकाल कर रख लिया, फिर दुकान के गोल्ड काउंटर मे रखी खुली हुई ज्वेलरी एक-एक करके निकाली एवं दुकान में ही रखी बोरी में भर लिया, दोनों आरोपी लगभग 2 घंटे दुकान के अंदर रहकर वारदात को अंजाम देते रहे जब आरोपियों को दुकान के बाहर से कुछ आवाज सुनाई दी तो वे चुराये हुये सोने के जेवर बोरी में भरकर दुकान से बाहर निकलकर पैदल पार्क की हुई इनोवा के पास पहुंचे एवं चुराये हुये जेवरों की बोरी इनोवा में रखकर भाग गए।
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इन शातिर अपराधियों ने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास करने के लिये शहर के मुख्य मार्गों के अलावा अंदरूनी गलियों में गाड़ी को लगतार करीब 3 घंटे घूमाते हुये कोसम घाट के पास सुनसान स्थान पर पहुंचे और चुराये हुये जेवरों को वहॉ छिपा दिया तथा घटना में प्रयुक्त औजारों एवं कपड़ों तथा चुराये हुये सीसीटीव्ही के डीव्हीआर को बहते नाले मे फेक दिया तथा ईनोवा कार को भेड़ाघाट मे ले जाकर खडा कर दिया एवं अपने-अपने घर वापस आ गये। थोडी देर बाद मोटर सायकिल से कोसमघाट में उसी सुनसान स्थान पर जाकर चुराये हुये जेवरो की बोरी लेकर गोपी उर्फ गुलाम मुस्तफा के घर आ गये, एवं वहॉ जेवरों का आपस में बारबरी से बटवारा कर लिया। पेपर मे चोरी की बात पढ कर आरोपी आरिफ ने गुलाम उर्फ गोपी पर दबाव बनाया कि वह पुलिस को सब बता देगा तो गुलाममुस्तफा ने उसे आरिफ को चुप करने के लिये 50 ग्राम सोने के जेवर दे दिये और बाकी का बाद मे देने को कहा। घटना कारित करने के बाद आरोपी गुलाम मुस्तफा ने इनोवा कार को कबाड़ में कटवाने के लिये कबाड़ी को दे दिया, और स्वयं के परिजनों एवं पुलिस को गुमराह करते हुये नागपुर एवं अजमेर घूमने चला गया। यही इनोवा पुलिस के लिए सबूत बन गई, सुबह सुबह शहर की सड़कों पर नजर आई इस इनोवा के बारे में पता किया गया तो मामलें का खुलासा हो गया, पुलिस ने अराओपियों को पकड़ा तो उन्होंने सच उगल दिया।