छिंदवाड़ा नगर निगम को दिल्ली की कंपनी ने लगाया चूना

छिंदवाड़ा, डेस्क रिपोर्ट। दिल्ली की एक कंपनी ने छिंदवाड़ा नगर निगम को ही सपना शिकार बना लिया दरअसल शासकीय योजना के तहत जरूरतमंदों को ई-रिक्शा दिया जाना था। छिंदवाड़ा नगर निगम ने इसके लिए बाकायदा ई-रिक्शा सप्लाई के लिए टेंडर निकाला, जो दिल्ली की कंपनी द्वारा लिया गया था। जिसके बाद ननि ने कंपनी के खाते में 6 लाख 70 हजार रुपये का भुगतान भी कर दिया, लेकिन कंपनी द्वारा ननि को ई-रिक्शा उपलब्ध नहीं कराए गए है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। हालांकि इस पूरे मामल में अधिकारियों की मिलीभगत भी सामने आई है कि जब ई-रिक्शा सप्लाई ही नहीं हुआ तो फिर कैसे भुगतान कर दिया गया।

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मामलें के संबंध में बताया जा रहा है कि छिंदवाड़ा ननि ने चार ई-रिक्शा उपलब्ध कराने के लिए टेंडर जारी किया था, दिल्ली की कंपनी नेपच्यून इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी ने यह टेंडर लिया था, कंपनी को तय समय पर ई-रिक्शा उपलब्ध कराना था। छिंदवाड़ा नगर निगम के अधिकारियों ने ई रिक्शा की डिलेवरी लिए बिना ही कंपनी को बैंक आफ बडौदा बैंक के माध्यम से ई-रिक्शा के लिए 6 लाख 70 हजार का भुगतान कर दिया था, लेकिन कंपनी ने ई-रिक्‍शा की डिलीवरी नहीं की। लगातार नगर निगम के अधिकारियों ने कंपनी से बातचीत कर ई रिक्शा की डिलेवरी देने की बात की मगर ई रिक्शा नहीं दिए गए, जिसके बाद कोतवाली पुलिस ने ननि कर्मचारी उमेश पयासी की शिकायत पर जांच के बाद कंपनी के मालिक मोहन वांचू के खिलाफ भादवि की धारा 420, 406 के तहत धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया है।


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Harpreet Kaur