गौरव दिवस पर कांग्रेस विधायक ने उठाए सवाल, सीएम शिवराज को लिखा पत्र

Amit Sengar
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मुरैना, डेस्क रिपोर्ट। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj) के निर्देश के बाद प्रदेश में जिलों से लेकर गांव तक गौरव दिवस मनाया जा रहा है, लेकिन विपक्ष इसका विरोध कर रहा है। विपक्ष बदहाल सड़कों, पेयजल समस्या, राशन समस्या, बिजली कटौती जैसी समस्याओं को लेकर सरकार को घेर रहा है। मुरैना में आज से शुरू हुए गौरव दिवस को लेकर कांग्रेस विधायक राकेश ने सवाल उठाये हैं।  उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर सवाल किया ” क्या मुरैना की जनता को सभी सुविधाएं मिल रही हैं ? क्या मुरैना की जनता खुश है? कांग्रेस विधायक ने पत्र में 15 बिंदुओं के सुझाव भी सीएम शिवराज को दिए हैं।

>> गौरव दिवस किस बात का है शहर गंदगी के ढेरों से पटा हुआ है एवं शहर भर की गलियों की सड़कें टूटी पड़ी हैं।
>> शहर के कई वार्डों में पीने के पानी की पाइपलाइन तक भी नहीं है।
>> आमजन आज महंगाई के कारण अपने त्योहारों को अच्छे से मना नहीं पा रहा है बताएं किस बात का गौरव है।
>> गरीबों को मिलने वाले राशन को कटौती कर बांटा जा रहा है।
>> शहर में आवारा पशुओं का झुंड सड़कों पर घूम रहा है जो कई दुर्घटनाओं का कारण बन रहा है।
>> शहर में हाथ ठेले वाले मारे-मारे घूम रहे हैं उनकी आज तक कोई स्थाई व्यवस्था तक नहीं हुई है।
>> जिले में जबरदस्त लाइट कटौती हो रही है।
>> बिजली के बिल बढ़ चढ़कर दिए जा रहे हैं।
>> नगर निगम में निर्माण व विकास कार्य के लिए पैसा नहीं है और 40 लाख रुपए गौरव दिवस मनाने के लिए खर्च किया जा रहा है।
>> जिले में किसानों को खाद नहीं मिल रहा है उसके बदले अन्नदाता के ऊपर खाद के बदले लाठियां बरसाई जा रही हैं।
>> शहर भर में कई सड़कों के शिलान्यास हो जाने के बाद भी अभी तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हुए हैं।
>> प्रदेश सरकार मुरैना में कांग्रेस विधायक एवं कांग्रेस के महापौर होने के कारण शहर के विकास कार्यों में भेदभाव कर रही है।
>> शहर में बिजली के तार जर्जर हालत के कारण कई दुर्घटनाएं घटित हो रही हैं।
>> शहर के कई भागों में सड़कें एवं नालियां तक भी नहीं बनाई है।
>> शहर में जगह-जगह पर गोबर गंदगी के ढेर पड़े हुए हैं।

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”